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Ayurvedic Neuro Therapy Diploma

Ayurvedic Neuro Therapy Diploma

शरीर की परिभाषा

• शरीर की परिभाषा (Definition of Body)] षंडग-शारीर परिचय (Six Division of body) एशारीर शब्दावली (Anatomical Terms)

• कोषाणु (cell) ऊतक (Tissue) कोष्ठांग (Organs), आशयएँ कला (Membrance) तथा स्त्रोतस (Channels) ग्रन्थि (Glands) का सामान्य परिचय एंव कार्य

• प्राणवह स्त्रोतस ( Respiratory System)- ह्रदय (Heart), फुप्फुस (Lungs), नासा गल (pharynx) स्वरयन्त्र (Larynx) श्वासनलिका (Trachea) तथा वायुकोष (Bronchi and Alveolus) की रचना एंव क्रियाका ज्ञान। श्वसन क्रिया (Physiology of Respiration)

• उदकवह स्त्रोतस ( Lymphatic System)- कोषस्थ (cellular) धातुगत (Tissue) तथा अन्तरस्थ (Interstitial) उदकांश परिवहन, लसिकावाहिका (Lymph Vessels) तथा लसिका परिवहन ( Lymph Circulation)

• अन्नवह स्त्रोतस Digestive System)- पाचन के प्रमुख और सहायक अवयवो की रचना एंव क्रिया का ज्ञान (Structure and Functions of digestive and accessory organs), पाचन प्रक्रिया एंव अवशोषण (Process of digestion and absorption), धातुपाक (Metabolism), अग्नि तथा पाचक रस (Enzymes and digestive juice), पाचन प्रक्रिया मे त्रिदोष का कर्तृत्व (Role of tridosa in digestion process)A

• रक्तपरिसंचरण स्त्रोतस (Cardio- Vascular system) – रक्तवाहिकाएs (Blood Vessels), धमनी (Artery), सिरा (VEIN) केशिका (Calaries) की रचना तथा मुख्यरक्तवाहिकाओ की शरीर मे स्थिति का परिज्ञान (structure and position of chief vessels)

• यकृत (Lever) Iyhgk(Spleen) की रचना एवं क्रिया का ज्ञान रक्त (blood) संगठन (Composition), स्कन्दन (clotting) एंव रक्तवर्ग (blood Group) का ज्ञान रस रक्त संहवन (blood preasure) ] ह्त्कार्य चक्र (cardiac-cycle), रक्तभार (Blood preasure) एवं नाडी (pulse) का ज्ञान

मॉस एंव अस्थ्विह स्त्रोतम (Musculo-Skeletal system)

• अस्थि: प्रकार रचना एंव क्रिया (Bones: types, structure and Function) dk Kku

• संधि ; वर्गीकरण , रचना एंव क्रिया (Joints: classification, structure and function) का ज्ञान

• मॉसपेशियो के प्रकार रचना एंव क्रिया (Type of Muscles, structure and function); मुख्य मॉसपेशियो की स्थिति एंव क्रिया का ज्ञान (position and action of chief muscles of the body)

• उत्सर्जन तंत्र (Excretory system): मूत्रवह संस्थान के अवयवो की रचना एंव क्रिया का ज्ञान (Structure and function of organs of urinary system)

• मूत्र निर्माण (Urine Formation) एंव मलोत्यर्ग (Defecation), त्वचा की रचना एंव क्रिया का ज्ञान (Structure and Function of the Skin), शरीर मे ताप नियन्त्रण (Regulation of body temperature),

• मनोवह स्त्रोतस (Nervous System): केन्द्रीय नाडी संस्थान की रचना एंव क्रिया का ज्ञान (Autonomous Nervous system: Structure and Function),

• थाइमस, अधिवृक्क, अग्नाशय ग्रन्थियो की रचना एंव क्रिया का ज्ञान ( Structure and Function of pituitary, Thyroid, para-Thyroid, Thymus, Supra renal, pancreas Glands)• ज्ञानेन्द्रियो की रचना एंव क्रिया का ज्ञान (Structure and Function of eye, ear, nose, and tongue), दर्शन श्रवण तथा संतुलन की क्रिया का ज्ञान (Physiology of vision , hearing and equilibrium),

• ज्ञानेन्द्रियो की रचना एंव क्रिया का ज्ञान (Structure and Function of eye, ear, nose, and tongue), दर्शन श्रवण तथा संतुलन की क्रिया का ज्ञान (Physiology of vision , hearing and equilibrium),

• iztuu ra= (Reproductive system): पुरुष एंव स्त्री के प्रमुख एंव सहायक प्रजनन अंगो की रचना एंव क्रिया का ज्ञान (Structure and Functions of male and Female Reproductive and accessory organs) गर्भोत्पादक भाव एंव गर्भाधान (Elements of fetus, mechanism and conception), गर्भस्थ रक्त परिसंचरण और गर्भस्थ रक्त परिसंचरण और गर्भपोषण का ज्ञान (Fetal Blood circulation and its Nutrition),

• दोष धातु मलो की परिभाषा भेद एंव कर्म का वर्णन।

• प्रकृति एंव उसके प्रकारो का ज्ञान।

ओज के स्वरुप भेद एंव गुणकर्म का वर्णन।

• परिचर्या के मूल सिद्धान्त

• परिचर्या का परिचय

परिचर्या का अर्थ, परिभाषा, प्रकृति, क्षेत्र, सिद्धान्त एंव इतिहास नर्स की परिभाषा, अर्थ, व्यक्तिगत एंव व्यावसायिक गुण परिचर्या मे आचार संहिता तथा परिचारक के कर्तव्य एंव दायित्व ।

स्वास्थ्य रक्षा अभिकरण चिकित्सालय एंव समुदाय चिकित्सालय के कार्य एंव प्रकार परिचारक का रोगी के प्रति तथा अपने सहकर्मियो के प्रति व्यवहार ।

रोगी परिचर्या आतुर एंव स्वस्थ का परिचय स्वस्थ स्थिति के आयाम चिकित्सालय (बहिरंग एंव अन्तरंग) मे रोगी के प्रवेश की प्रक्रिया का ज्ञान शैय्या के प्रकार एंव उपयोग शैय्याओ को सुसज्जित करने की विधि चिकित्सालय मे भर्ती रोगी की समुचित देखभाल की प्रक्रिया एंव योजना निर्धारण का परिज्ञान चिकित्सालय के रिकॉर्ड संधारण और रोगी के निर्गम की प्रक्रिया का परिज्ञान ।

रोगी की आवश्यकतानुसार परिचर्या रोगी के मुख त्वचा आदि शारीरिक अंगो की स्वच्छता पोषण सम्बन्धी आवश्यकता का परिज्ञान पीडा और वेदना के समय परिचर्या रोगी के कार्यो मे सहयोग प्रदान करना शैय्याव्रण के कारण लक्षण चिह्न बचाव के उपाय तथा परिचर्या रोगी को स्थानान्तरित करने के तरीके।

रोगी परीक्षण के सिöान्त एंव प्रक्रिया दर्शन स्पर्शन प्रश्न श्रवण ठेपण करने की प्रक्रिया रोगी की शारीरिक परीक्षा जैसे ऊॅचाई भार वाणी की परिक्षा करने की विधि रोगी के तापमान नाडी श्वसन गति रक्तभार आदि की परीक्षा करने का ज्ञान रोगी विवरण पत्रक भरने के नियम।

चिकित्सा सम्बन्धी कार्य एंव परिचर्या एनिमा देने की विधि योनि प्रक्षालन परिषेक तथा अन्य उपचार विधियो मे परिचर्या बन्धन के विविध प्रकारो का ज्ञान विसंक्रमण की विधियो ज्ञान प्रयोगशालीय परीक्षण हेतु नमुना के संग्रहण करने की विधियो का ज्ञान, शीत-उष्ण प्लोत के प्रयोग का ज्ञान।

औषधालय मे औषधियो के रखने की विधि विषाक्त औषधियो को रखने के नियम तथा औषध देने की विधि (मुख-गुदा आदि द्वारा) का ज्ञान एंव चिकित्सालय के बहिरंग एंव अन्तरंग विभाग मे होने वाले सभी कार्यो का परिज्ञान चिकित्सालय मे प्रयुक्त साधन एंव उपकरण के रख-रखाव तथा विसंक्रमण का ज्ञान।

स्वस्थवृत (Hygiene)

(क) व्यक्तिगत स्वास्थ्य एंव सामुदायिक स्वास्थ्य Personal Hygine and Community Health)

• स्वास्थ्य की अवधारणा एंव सफल जीवन से सम्बन्ध ¼Concept of Health and its relation to successful living) :- स्वास्थ्य की परिभाषा (Definition of health), स्वास्थ्य के निर्धारक तत्व (Determints of health), स्वास्थ्यप्रद आदतो का निर्माण (Building of good health habits), स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारक त्वचा , केश दंत ,आंख, कान, हाथ ओर पैर की सुरक्षा के उपाय, निद्रा व्यायाम विश्राम का महत्व दिनचर्या रात्रिचर्या एंव ऋतुचर्या का महत्व मानसिक स्वास्थ्य के लक्षण शिशु बालक किशोर युवा एंव वृद्ध अवस्था की मानसिक स्थिति का ज्ञान सद्वत - आचार रसायन का महत्व धारणीय एंव अधारणीय वेग ब्रह्यचर्य के लक्षण भेद विवाह योग्य आयु।

• रोग एंव आरोग्य का विवेचन प्राथमिक स्वास्थ्य संरक्षण - तत्व एंव सिद्धान्त (Primary heath care: Elements an Principles) जल-जल के स्त्रोत स्वास्थ्यवर्धक जल का महत्व एंव आवश्यकता जल आपूर्ति तथा स्वच्छता हेतु कार्य - योजना मृदु एंव कठोर जल जल की अशुद्धियो जल शुद्धि के उपाय दूषित जल से उत्पन्न होने वाली व्यधियो एंव बचाव के उपाय , जल परीक्षण आदर्श कुऑ वायु - वायु के कार्य वायु प्रदुषण वायु प्रदूषण के संकेतक वायु प्रदूषण के खतरे सुरक्षा ओर नियन्त्रण के उपाय संवातन के प्रकार निवास स्थान - निवास स्थान हेतु भूमि प्रकाश व्यवस्था खराब आवास एंव स्वास्थ्य उत्तम आवास ध्वनि प्रदूषण - ध्वनि प्रदूषण के स्त्रोत हानियाँ एंव रोकथाम के उपाय अपद्रव्य का स्वरूप हानियाँ तथा निस्तारण के उपाय।

• जनपदोध्वंस (Epidemiology) एंव संक्रामण रोग - जनपदोध्वंस के कारण एंव स्वरूप संक्रामण रोग की परिभाषा संक्रमण के प्रकार एंव प्रसार संक्रमण रोग मक्खी मच्छर से उत्पन एंव प्रसारित होने वाले रोग तथा बचाव के उपाय व्याधिक्षमत्व का निरूपण विसंक्रमण (Sterilization) की विधियाँ A

सामाजिक स्वास्थ्य औद्योगिक स्वास्थ्य विद्यालय स्वास्थ्य निरोधक चिकित्सा स्वास्थ्य शिक्षा एंव समप्रेषण कला राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण कार्यक्रम एंव सामदायिक स्वास्थ्य मे नर्सिगं का दायित्व स्वास्थ्य मूल्याकंन स्वास्थ्य संरक्षण संर्वद्धन एंव पुर्नस्थापन्ना मे नर्सिग का दायित्व ।

• (ख) आहार एंव पोषण:-

• पोषण का स्वास्थ्य के साथ सम्बन्ध (Relationship of nutrition to health) आहार के स्त्रोत आहार के आवश्यक तत्व कार्बोज प्रोटीन वसा खनिज लवण जीवनीयतत्वो के कार्य एंव अभाव अन्य व्याधियाँ संतुिलत भोजन की गणना विधि (Method of calculating normal food requiements) dqiks’k.k (Mal-nutrition) का स्वरूप एंव प्रकार अष्टविध आहार विधि विशेषायतन दुर्व्यसन तथा मादक पदार्थ यथा मद्य अफीम ड्रग्स तम्बाकू आदि शरीर पर कुप्रभाव एंव उसे त्यागने की विधि ।

राष्ट्रीय पोषण संस्थान परिचय पोषण कार्यक्रम परिचय चिकित्सालय मे आहार योजना ।

• (ग) योग एंव प्राकृतिक चिकित्सा:-

योग:- योग की परिभाषा एंव ं प्रयोजन योग के अंग ,(भेद) आयुर्वेद मे योग का वर्णन स्वास्थ्य रक्षण मे योग का महत्व विभिन्न आसनो की उपयोगिता तथा स्वास्थ्य पर उसका प्रभाव प्राणायाम की विधि एंव व्यधियो का प्रतिकार

प्राकृतिक चिकित्सा:- प्राकृतिक चिकित्सा का प्रयोजन एंव महत्व जल का ठण्डे गर्म भेद से चिकित्सा मे उपयोग पाद प्रक्षालन वमन धौति बस्ति स्नान का महत्व भाप स्नान का प्रयोग एंव प्रकार मिट्टी मर्दन का चिकित्सा मे लाभ सूर्य प्रकाश का महत्व एंव धूप मर्दन के भेद एंव गुण तथा चिकित्सा मे महत्व चिकित्सा मे उपवास का महत्व ।

पंचकर्म की परिभाषा (Panch Karma Nursing)

1. पंचकर्म की परिभाषा, एंव महत्व

2. स्वेदन परिचय, प्रकार, विधि, काल, हीन, अति, सम्यक् स्वेद के लक्षण।

3. पूर्वकर्म-स्नेहन-अभ्यंग विवेचन, काल, प्रयुक्त स्नेह द्रव, गुण, अभ्यंग विधि (Mode of Massage) स्नेहपान, प्रकार, काल, मात्रा, अनुपान, सावधानियाँ, हीन, अतिसम्यक, स्नेहपान के लक्षण, स्नेहव्यापद।

4. वमन-वमन परिचय, विधि वमनोपग एंव वामक द्रव्य का ज्ञान, सम्यक वमन के लक्षण, हीन, अतियोग के लक्षण, संसर्जन क्रम वमन व्यापद एंव नर्सिगं परिचर्या।

विरेचन- विरेचन परिचय, विधि-विरेचनोपग एंव विरेचन द्रव्य का ज्ञान, सम्यक विरेचन के लक्षण।

हीन, अतियोग के लक्षण , संसर्जन क्रम विरेचन व्यापद एंव नर्सिग परिचर्या।

• बस्ति- परिचय, बस्ति निर्माण विधि, बस्ति देने की विधि बस्ति के प्रकार- निरुह, अनुवासन, कालकर्म एंव योगबस्ति का ज्ञान, उतरबस्ति, बंृहणबस्ति, माधु तैलिक एंव मात्रागस्ति का परिचय एंव ज्ञान, सम्यक, हीन, अतियोग के लक्षण, बस्ति व्यापद एंव नर्सिंग परिचर्या।

• नस्य- परिचय, विधि , प्रकार बंृहण शोधन नस्य का ज्ञान सम्यक हीन अतियोग के लक्षण एंव नर्सिंग परिचर्या

• केरलीय पंचकर्म-परिचय (अ) धाराकर्म-शिरोधारा, उपकरण, प्रकार तक्रधारा क्षीरधारा, तैलधारा, निर्माण एंव प्रयोगविधि । (ब) पिण्डस्वेद- पत्रपिण्ड स्वेद शालिशष्ठीक पिण्ड स्वेद, परिचय, प्रयुक्त द्रव्य, निर्माण एंव क्रिया धारा (स) कायसेक- षिरोबस्ति पिडिच्छिल परिचय प्रयुक्त स्नेह, निर्माण एंव क्रिया विधि (द) शिरोलेप परिचय, प्रयुक्त द्रव्य, निर्माण विधि एंव क्रिया विधि (इ) अन्नलेप परिचय, प्रयुक्त द्रव्य, निर्माण एंव क्रियाविधि।

• जरावस्था एंव जरावस्थाजन्य व्याधियाँ- परिचय एंव परिचर्या ।

• रसायन परिभाषा , गुण प्रकार एंव प्रयोगविधि तथा उपयोगिता का विवेचन।

• बाजीकरण- परिभाषा बाजीकरण द्रव्य एंव उपयोगिता।

आहार परिचर्या
आहार एंव पोषण

आहार व्युत्पति, आहार की परिभाषाए आहार एंव पोषण , पोषणकास्वास्थ्य के साथ सम्बन्धए आहार के सामान्य गुणए आहार-प्रकार , आहार के स्रोत।

आहार के आवश्यक तत्त्व

आहार-तत्त्वोका शारीरिकतत्त्वोमे साम्य, आधुनिकमतानुसार आवश्यक तत्व जीवनीय तत्व , प्रोटीन , वसाकार्बोज, खनिजलवण। • मात्रायुक्त

अष्ट आहार विधि विशेषायतन , आहार विधि -विधान और उसका याद्गुण्य, भोजन के जीर्ण होने के लक्षण , द्वादशाशन प्रविचार ,आहार परिणाम कर भाव, सात्म्यासात्म्यविवेक , हिताहितविज्ञान , विरुद्धाहार, आचार्य चरकोक्तविरुद्धाहार के कुछ अन्य उदाहरण, भेजन में रसादिकाक्रम , मानकपुरुष।

विक्रति विज्ञान

वात रोग का सामान्य परिचय (Neurological Disorder)

पक्षाघात (Paralysis), गृघ्रसी (Sciatica), अर्दित (Facial Paralysis), सन्धिगत वात ( Osteo Arthritis ), मन्यास्तम्भ (Torticolis ), हनुस्तम्भ (Lock jaw ), विश्वाची (Radioulnar Neuritis or Radioulnar Paralysis), अवबाहुक ( Paralysis of the brachial Plexus ), अंशशोष (Atrophy of shoulder joint ), क्रोष्टुकशीर्ष (sinoarthritis of knee joint), Heel Pain, त्वक स्थिति वात (Peripheral Neuritis ), जिह्नास्तम्भ (Tongue Paralysis ), पाददाह (Burning in feet ), पादहर्ष ( Tingling sensation in the foot ), आष्ठीला (Enlargement of Prostate ), खल्ली रोग (Cramps), कम्पवात (Parkinsonism ), वातरक्त (Gout ), उरूस्तम्भ (Myopathies), आमवात (Rheumatoid Arthritis ), Shoulder Pain ( frozen Shoulder, Calcified Shoulder, Capsulites, Tendonitis, Rotator Cuff ), Avascular Necrosis (AVN) , त्रिकग्रह (Ankyolosing Spondylitis).

• आयुर्वेदिक न्युरो थेरेपी

आयुर्वेदिक न्युरो थेरेपी की उत्पति

आयुर्वेदिक न्युरो थेरेपी वर्गीकरण,

डॉ मनोज शर्मा के निदान के तरीके,

नाभी खिसकना

माइग्रेन की थेरेपी

साइनस की थेरेपी

अर्दित की थेरेपी

• Vocal Cord Therapy

• Heart Blockage Therapy

• मन्यास्तम्भ ग्रीवास्तम्भ कटीस्तम्भ (Secondary canal Stenosis, Anterolisthesis, Retrolisthesis, PIVD ) त्रिकग्रह (Ankyolosing Spondylitis)

• Avascular Necrosis ( AVN )

• Shoulder Pain ( frozen Shoulder, Calcified Shoulder, Capsulites, Tendonitis, Rotator Cuff ),

• विश्वाची (Radioulnar Neuritis or Radioulnar Paralysis)

• विश्वाची (Radioulnar Neuritis or Radioulnar Paralysis)

• गृघ्रसी (Sciatica)

• पक्षाघात (Paralysis)

• सन्धिगत वात ( Osteo Arthritis )

• Tenis Elbow & golf Elbow Pain

• वातरक्त (Gout ), आमवात (Rheumatoid Arthritis )

• Jaw Trislocation, Sacrum & Coccy Therapy, Heel Pain

• अंशशोष (Atrophy of shoulder joint )

• क्रोष्टुकशीर्ष (sinoarthritis of knee joint)

• त्वक स्थिति वात (Peripheral Neuritis,

• पाददाह (Burning in feet )

• पादहर्ष ( Tingling sensation in the foot )

• आष्ठीला (Enlargement of Prostate )

• Carpal Tunnel Syndrome.