YOGA CERTIFICATE COURSE ( 6 MONTH )
योग परिचय, योगासन महत्त्व, नियम, और वर्गीकरण, यौगिक शुद्धि-क्रियाएँ,षट्कर्म, बैठ कर किए जाने वाले आसन,पùासन, बद्ध पùासन, पर्वतासन, स्वस्तिकासन, योगमुद्रासन, उत्थित, पùासन (लोलासन) कुक्कुटासन, गर्भासन सिद्धासन, सिंहासन, मंडूकासन, गोमुखासन, पादांगुष्ठासन, कंदपीड़ासन, वीरासन, पश्चिमोत्तानासन, जानुशिरासन, अर्द्ध वक्रासन, आकर्ण धनुरासन ।
पीठ के बल किए जाने वाले आसन-
शवासन, एकपाद उत्तानासन, उत्तानपादासन, नौकासन, ग्रीवासन, पवनमुक्तासन, सेतुबंधासन, तोलांगुलासन, मत्स्यासन , कटि आसन, सुप्तभद्रासन, विपरीतकरणी मुद्रा अथवा विलोमासन, सर्वांगासन, हलासन, वृत्तासन,।
पेट के बल किए जाने वाले आसन
अर्द्ध शलभासन, पूर्ण शलभासन, भुजंगासन, धनुरासन, मकरासन, विपरीत मत्स्यासन,।
हाथ के बल किए जाने वाले आसन
मयूरासन, पù मयूरासन, वृश्चिकासन, बकासन, तोलासन , उत्थित द्विहस्तभुजासन, पù बकासन, उत्थित एकपादशिसन, कोणासन।
घुटनो के बल किए जाने वाले आसन
व्ज्रासन, सुपत वज्रासन , भू-नमन वज्रासन उष्ट्रासन, वृषासन।
पैरो के बल किए जाने वाले आसन-
गरुड़ासन, वृक्षासन , अर्द्धकटि चक्रासन, वातायनासन, संतुलनासन, नटराजासन, एत्कटासन, तारासन, त्रिकोणासन, पादहस्तासन, चक्रासन।
सिर के बल किए जाने वाले आसन
शीर्षासन, ऊर्ध्वपùासन, ऊर्ध्वसंयुक्त पादासन। मन और शरीर पर -योग का प्रभाव
सूर्यनमस्कार-
दक्षासन, नमस्कारासन, पर्वतासन, हस्तपादासन, एकपाद-प्रसरणासन, भूधरासन अष्टांगप्रणिपातासन, भुजंरासन, एकपाद-प्रसरणासन, हस्तपादासन, नमस्कारासन।
प्राणायाम-
प्रायाणाम का परिचय, प्राणायाम अर्थ, प्राणायाम का महत्व, प्राणायाम के लाभ।
प्राणायाम के महत्त्वपूर्ण अं्रग-
प्राणायाम की विधि, पूरक रेचक और कुंभक, इडा, पिंगला तथा सुषुम्ना नाड़ियाँ, मूलबधं और उड्डीयानबंध , नाड़ीशुद्धि, कपालभाति।
प्राणायाम के प्रकार –
सूर्यभेदन, उज्जायी, सीत्कारी , शीतली, भस्त्रिका, भ्रामरी, मूर्च्छा प्लाविनी।
योगासन तथा प्राणायाम
योगासन तथा प्राणायाम द्वारा रोगो का उपचार । आँखो की रक्षा के लिए योगासन और व्यायाम
आहार-विचार –
आदर्श योगासन-प्राणायाम - तालिकाएँं ।